bhairav kavach Fundamentals Explained
bhairav kavach Fundamentals Explained
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न शक्नोमि प्रभावं वै कवचस्यास्यवर्णितुम्।
श्री कालभैरव अष्टक भगवान काल भैरव को समर्पित है। आद्य शंकराचार्य जी...
डाकिनी पुत्रकः पातु पुत्रान् में सर्वतः प्रभुः
साधक कुबेर के जीवन की तरह जीता है और हर जगह विजयी होता है। साधक चिंताओं, दुर्घटनाओं और बीमारियों से मुक्त जीवन जीता है।
Sacred Threads: Intricately woven sacred threads are an integral Section of the Kavach, symbolizing the interconnectedness in the spiritual realms as well as earthly airplane.
नमस्त्रैलोक्यनाथाय नाथनाथाय वै नमः ॥ २१॥
आपदुद्धारणायेति त्वापदुद्धारणं नृणाम् ।
आग्नेयां च रुरुः पातु दक्षिणे चण्ड भैरवः ॥
भगवन्सर्ववेत्ता त्वं देवानां प्रीतिदायकम् ।
मालिनी पुत्रकःपातु पशूनश्यान् गजांस्तथा ।।
जो प्रतिदिन इस बटुक भैरव get more info कवच का अभ्यास करता है, उसे यक्षिणी, अप्सरा और विभिन्न देवी साधनाओं में सफलता मिलती है
ॐ अस्य श्रीबटुकभैरवब्रह्मकवचस्य भैरव ऋषिः ।